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शनिवार, १८ मार्च, २०१७

रंगी रंगला रंग
रंगी रंगले अंग
रंगावरी उडे रंग
उतरला तन रंग

प्रीत रंग नयनी
मन रंगे गुलाबी
रंग पाश भोवती
अंग अंग लाली

सखा सावळा हरी
रंगते राधा सखी
वेणू नाद रंगी
नाचते घुमते बावरी

गोप गोपास रंगवी
गोपाळ रंग रंगी
गोप गळा भेटी
रंगात रंग घोळूनी
......रंगतो रसिक(मं मे)
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रंग सारे अनोखे
मनमोहक एक एक
लुभाते, ललचाते, फिर भी

प्रेम रंग असली
दोस्ती रंग असली

एक मुस्कान सामने
गाल, गुलाल चढे
पी लेती दुख सारे
प्रेम नजर गहरी
सहलाता हात हलके
सप्तरंगी बौछार
झप्पी दोस्तकी
सुनहरी उमंग
चढते, खिलते रंग
हर एक अधिक
घुलमिल आए जब
प्रेम, दोस्ती संग

प्रेम रंग असली
दोस्ती रंग असली
……..रसिक दोस्त(मं मे)
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रंग सारे अनोखे
एकाहूनी एक मोहक
खुणावती, भुलवती, तरी

रंग प्रेमाचा अस्सल
रंग दोस्तीचा अस्सल

स्मित एक पुढ्यात
गाली चढे गुलाल
नजर एक प्रेमळ
दु:ख शोषूनी गडद
स्पर्श हलका खांद्यावरी
सप्तरंगी उधळण
गळा भेट दोस्ताची
मन रंगते सोनेरी

रंग चढतो, खुलतो
हर एक अजुनी
घोळूनी प्रेम रंगी
घोळूनी मैत्री रंगी

रंग प्रेमाचा अस्सल
रंग दोस्तीचा अस्सल
.......रसिक दोस्त(मं)

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